Deep Cracks in Joshimath: जोशीमठ में जमीनों में बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई है, लोगों के मकान और सड़कें में इसका असर पड़ा है। इन दरारों से पानी निकलने की सूचना भी मिल रही है जिसके बाद 34 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। सूचना मिलने के प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी जायज़ा लेने जोशीमठ पहुंचे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह घटना जोशीमठ के मारवाड़ी क्षेत्र में बीते मंगलवार घटी। जहां दोपहर के बाद से जमीन की दरारों पड़नी शुरू हुई साथ ही इन दरारों से पानी निकलने लगा। तहसीलदार रवि शाह ने बताया कि चमोली प्रशासन ने जेपी कंपनी कॉलोनी के 35 घरों को खाली करा दिया है सभी को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया है। खबर है कि एक ही दिन में ही जलस्तर दोगुना हो गया है।
570 से अधिक घरों में दरार
जिला प्रशासन के मुताबिक, पवित्र बद्रीनाथ मंदिर से लगभग 50 किमी दूर स्थित सुरम्य शहर में 570 से अधिक घरों में दरारें पड़ी हैं। 570 घरों में से 100 ऐसे हैं जो अब रहने लायक नहीं रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को स्थिति पर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है।
सीएम धामी ने कहा कि हमने जो रिपोर्ट मिली है, उसके अनुसार हम काम कर रहे हैं। इसके लिए हमने सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। इस संबंध में बैठक आहूत की गई और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट पर रखा गया है।
#WATCH | Land subsidence and cracks in many houses continue in Uttarakhand's Joshimath. Cracks have appeared on 561 houses in Joshimath, and water seepage continues from underground in JP Colony, Marwadi. pic.twitter.com/vo7IxIh1Xl
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2023
आपकी जानकारी के लिए बता दें जोशीमठ समुद्र तल से 6000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और सिस्मिक जोन 5 में आता है। सिस्मिक जोन का अर्थ है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से काफी संवेदनशील क्षेत्र।